अर्थ : एक प्रकार की लम्बी घास जिसे बटकर टोकरे, रस्सियाँ आदि बनाते हैं।
उदाहरण :
रमई टोकरे आदि बनाने के लिए काँस काट रहा है।
पर्यायवाची : अमरपुष्प, अमरपुष्पक, अमरपुष्पिका, अमरपुष्पी, अश्वबाल, इक्षुकांड, इक्षुकाण्ड, इक्षुगंध, इक्षुगंधा, इक्षुगन्ध, इक्षुगन्धा, इक्षुरस, काँस, कांस, काशतृण, जंतुला, जन्तुला, वायसेक्षु
अर्थ : एक प्रकार का तृण जो छप्पर आदि छाने के साथ-साथ धार्मिक अनुष्ठानों में भी काम आता है।
उदाहरण :
इस सड़क के किनारे जगह-जगह मूँज उगी हुई है।
पर्यायवाची : इक्षुकांड, इक्षुकाण्ड, बहुतृण, ब्रह्ममेखल, मूँज, मूंज, मूज, रंजन, रञ्जन, शारी